रांची :
“श्रद्धामयी हिन्दू नारी शक्तिस्वरूपा बने। जैसे सभी देवी-देवताओं की सम्मिलित शक्ति से प्रगट भगवती दुर्गा ने संपूर्ण दुर्जेय दैत्यों का संहार किया था; उसी प्रकार आज आवश्यकता है, हिन्दू नारी जाति, भाषा, प्रान्त, वर्ग, आदि भेदों को भुलाकर एकजुट हो शक्ति साधना करे। विश्व हिन्दू परिषद द्वारा दुर्गावाहिनी और मातृशक्ति के गठन का यही मुख्य उद्देश्य है।”
उक्त विचार विहिप के झारखंड- बिहार के क्षेत्र मंत्री वीरेन्द्र विमल ने शस्त्र पूजन कार्यक्रम में माता बहनों को संबोधित करते हुये व्यक्त किया।
दुर्गावाहिनी का शस्त्र पूजन कार्यक्रम आज गुरुगोविन्द सिंह नगर के देवी मंडप पथ स्थित हेसल अखाड़ा श्री हनुमान मंदिर में आयोजित था। दो सौ की संख्या में हेेसल, सुखदेव नगर, इन्द्रपुरी, पंड्रा, हेहल, बजरा, कमड़े, लक्ष्मीनगर, दयालनगर आदि स्थानों से बड़काटोली हेसल अखाड़ा में एकत्र महिलाओं ने तीर धनुष, तलवार सहित सभी शस्त्रास्त्रों का पूजन कराया। दुर्गा चालीसा तथा हनुमान चालीसा पाठ एवं आरती के बाद धर्म सभा प्रारम्भ हुई। दुर्गावाहिनी की महानगर सह संयोजिका समृद्धि कुमारी तथा टोली सदस्य रीना तिर्की, मातृशक्ति की नीतू सिंह, शकुन देवी, आदि के उद्बोधन के बाद मुख्य वक्ता वीरेन्द्र विमल ने विचार रखा।
सभा के बाद महिलाओं ने शस्त्र लेकर नगर भ्रमण किया। इस कार्यक्रम के आयोजन में उषा सिंह, पुष्पा देवी, चन्द्रकान्ता गुप्ता, तारा देवी, सरोज मिश्रा, संगीता सुमन, आरती सिंह, रंजु सिंह, नीतू सिंह, पार्वती देवी, लीला बड़ाईक, मंजु मुंडाईन, संध्या अग्रवाल, गीता सिंह, उषा वर्मा, प्रमिला शर्मा, द्रौपदी देवी, मीना देवी, आदि महिलाए शस्त्र पूजन में शामिल हुए।