बोकारो में परिवर्तन की जरूरत, नहीं तो हार तय है

रिपोर्ट : विशेष संवाददाता बोकारो विधानसभा क्षेत्र में मौजूदा विधायक बिरंची नारायण के प्रति जनता में गहरी असंतोष की भावना दिनों-दिन बढ़ती जा रही है।…

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अब रखियो तु लाज हमारी….. – ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र

द्रौपदी चीर हरण पर प्रस्तुत है मेरी ये रचना। द्रौपदी की आर्त पुकार सुन कर भगवान कृष्ण ने उसकी लाज रखी। यही प्रसंग है मेरी…

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जमानत पर राजनीति: अदालत का फैसला या चुनावी मुद्दा?

सम्पादकीय : पूर्णेन्दु सिन्हा ‘पुष्पेश’।  जमानत! एक ऐसा शब्द जो कानूनी प्रक्रिया का हिस्सा होते हुए भी चुनावी मौसम में जादूई असर दिखाने लगता है।…

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हिंदी दिवस और धिक्कार…….— डॉ प्रशान्त करण

आज अंग्रेजी तिथि चौदह सितंबर है और इसे हिंदी दिवस के रूप में चिन्हित किया गया है.वर्षों से हम इसी अंग्रेजी तिथि को हिंदी दिवस…

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भजले रे मन मातु जानकी….. – ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र

प्रस्तुत है माता जानकी पर लिखी मेरी ये रचना :—— भजले रे मन मातु जानकी । प्रिया राम करुणा निधान की । भजले रे मन…

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शुभवा श्यामल पुरुषवा….. – ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र

प्रभु श्रीराम सीता जी और लक्ष्मण जी के साथ जिस मार्ग से बन में जा रहे हैं उस मार्ग पर बसे गाँव के लोग प्रभु…

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झारखंड में भाजपा की रणनीति पर प्रश्नचिन्ह

सम्पादकीय : पूर्णेन्दु पुष्पेश।  बुधवार को बोकारो, धनबाद, गिरिडीह सहित झारखण्ड के कई विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा की रायशुमारी बैठक में जमकर हंगामा हुआ। प्रत्याशी…

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भवसागर के खेवैया जी पार लगादो….. – ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र

प्रस्तुत है शरणागत भजन के रूप में राग भैरवी में मेरी ये रचना:——- भवसागर के खेवैया जी पार लगादो । डूबत मोरि नैया जी पार…

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किशोरियों के अपने जीवन के सम्मान में स्वतंत्र निर्णय लेने हेतु सक्षम बनाना होगा

सम्पादकीय : पूर्णेन्दु पुष्पेश।  किशोरावस्था जीवन का वह महत्वपूर्ण दौर है, जब व्यक्ति अपनी पहचान, मानसिकता, भावनाएं और सामाजिक स्थिति को गहराई से समझने लगता…

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राम नाम बोल भैया नेहिया लगाइ के….. – ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र

राम नाम का एक बार प्रेम से उच्चारण मात्र से मनुष्य भवसागर पार उतर जाता है। गिद्ध, अजामिल, गणिका, केंवट, अहिल्या, शबरी सब ने राम…

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