प्रस्तुत है मेरी ये रचना “रघुपति रघुनन्दन राम हरे” :—- रघुपति रघुनन्दन राम हरे, करुणासागर सुखधाम हरे । रघुपति रघुनन्दन राम हरे……… दशरथ के जीवन…
View More रघुपति रघुनन्दन राम हरे……- ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्रCategory: DHARM
छोड़ि के हमरी नगरिया चली……- ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र
प्रस्तुत है मेरी रचना माता का विदाई गीत जिसे मैने भोजपुरी में लिखा है:—– छोड़ि के हमरी नगरिया चली, जगतारिनि माई । मैया की पालकी…
View More छोड़ि के हमरी नगरिया चली……- ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्रशोभेला माइ के सिंगार हो मैया दुर्गा भवानी……- ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र
नवरात्रि के शुभ अवसर पर प्रस्तुत है माता के श्रृंगार का वर्णन मेरी इस रचना में :——- शोभेला माइ के सिंगार हो मैया दुर्गा भवानी…
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प्रस्तुत है माता का श्रृंगार वर्णन मेरी इस रचना के माध्यम से:—– मैया शैलसुता का श्रृंगार देखो । लाल लाल जोड़ा लाले रंग चुनरी, लाले…
View More मैया शैलसुता का श्रृंगार देखो……- ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्रलहर लहर लहराए हो मैया के पताका……- ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र
नवरात्रि के शुभ अवसर पर प्रस्तुत है मेरी ये रचना माता का भजन :—- लहर लहर लहराए हो मैया के पताका । मैया के आँगन…
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प्रस्तुत है माता दुर्गा का भजन मेरी कलम से:— मैया दुर्गे के दरबार में लगा लो जयकारा । मैया के चरणों की सेवा जो करता,…
View More मैया दुर्गे के दरबार में लगा लो जयकारा……- ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्रतेरा सेवक पड़ा है तेरे द्वार……- ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र
नवरात्रि के अवसर पर प्रस्तुत है मेरी ये रचना माता का शरणागत भजन :——- तेरा सेवक पड़ा है तेरे द्वार , मैया खोलो दुअरिया ।…
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आज प्रस्तुत है मेरी ये रचना जिसमें माता के नौ रूप को दर्शाया गया है :———- पधारी मोरे अंँगना जग जननी माई । प्रथम दिवस…
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एक भक्त अपने आँगन को सजा कर माता को बुला रहा है कि हे माता मेरे आँगन में पधारो। इसी प्रसंग पर प्रस्तुत है मेरी…
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——- देवी वन्दना -—– नमस्तुभ्यम् महादेवी लोक कल्याणकारिणी । नमस्तुभ्यम् महादेवी सर्व संकटहारिणी ।। नमस्तुभ्यम् महादेवी सर्व पाप विनाशिनी । नमस्तुभ्यम् महादेवी सर्व कष्ट निवारिणी…
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