आज से चातुर्मास शुरू हो रहा है. हर साल आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि से चातुर्मास प्रारंभ हो जाता है, जो कि कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तक रहता है. इस अवधि में भगवान विष्णु योग निद्रा में चले जाते हैं और सृष्टि का संचालन भगवान शिव के हाथों में आ जाता है. चातुर्मास में सावन, भाद्रपद, अश्विन और कार्तिक माह शामिल होते हैं.
चातुर्मास लगने के बाद शुभ व मांगलिक कार्य जैसे मुंडन संस्कार, विवाह, तिलक, यज्ञोपवीत जैसे 16 संस्कार बंद हो जाते हैं. देवउठनी एकादशी पर श्री हरि के योग निद्रा से बाहर ने के बाद शुभ व मांगलिक कार्य पुन: सक्रिय हो जाते हैं