भारतीय जनता पार्टी के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के निर्देशानुसार, नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी के नेतृत्व में भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल 17 जुलाई 2024 को बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र के महूदी पहुंचा। इस दौरे का उद्देश्य जिला प्रशासन और हिन्दुओं के बीच हुई झड़प की घटना की जांच करना था। घटना की जांच के बाद प्रतिनिधिमंडल ने राज्य के पुलिस महानिदेशक से मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन सौंपा।
प्रतिनिधिमंडल में नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी, हजारीबाग सांसद मनीष जयसवाल, भवनाथपुर विधायक भानु प्रताप शाही, राजमहल विधायक अनंत ओझा, जमुआ विधायक केदार हाजरा, हटिया विधायक नवीन जयसवाल, डाल्टेनगंज विधायक आलोक चौरसिया, और सिमरिया विधायक किशुन दास शामिल थे।
पुलिस महानिदेशक से मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने बताया कि महूदी गांव में पिछले 40 वर्षों से हिन्दुओं को रामनवमी का जुलूस निकालने नहीं दिया गया है। 2019 में उपायुक्त की अध्यक्षता में हिन्दुओं और मुस्लिमों के बीच हुई वार्ता में रामनवमी झंडा के जुलूस के बदले तिरंगा झंडा निकालने पर सहमति बनी थी। इस पर सहमति दी गई थी कि अगले वर्ष से रामनवमी का जुलूस निकालने की अनुमति दी जाएगी। हालांकि, कोविड-19 के कारण उस वर्ष जुलूस नहीं निकाला जा सका। इसके बाद भी जब हिन्दुओं ने रामनवमी का जुलूस निकालने का लाइसेंस मांगा, तो जिला प्रशासन ने इसे टाल दिया। इस वर्ष भी महावीर झंडा हिन्दुओं द्वारा शांतिपूर्ण तरीके से निकाला गया, लेकिन झंडा वापसी के समय जिला के सीओ, एसडीपीओ और एसडीएम ने झंडा को वापस नहीं जाने दिया, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ गया।
महावीर झंडा की वापसी के लिए ग्रामीण शांतिपूर्वक धरना दे रहे थे। इसी दौरान जिला प्रशासन ने मुहर्रम जुलूस को हिन्दू क्षेत्र से पार कराने के लिए शांतिपूर्वक धरना दे रहे हिन्दुओं पर लाठीचार्ज किया, जिससे कई ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके अलावा, कई निर्दोष हिन्दुओं के खिलाफ झूठे मामले दर्ज किए गए और उन्हें गिरफ्तार किया गया।
अमर कुमार बाउरी ने कहा कि जो काम आज तक मुगल और अंग्रेज नहीं कर पाए, वह आज जेएमएम, कांग्रेस और राजद की सरकार ने कर दिया है। उन्होंने कहा कि भारत आजाद है और यहां हर किसी को अपने अनुसार जीने का अधिकार है। राज्य सरकार की तुष्टिकरण की राजनीति को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने आरोप लगाया कि जब से झारखंड में जेएमएम, कांग्रेस और राजद की सरकार आई है, तब से एक विशेष समुदाय को अपने राजनीतिक हित साधने और वोट की राजनीति के लिए तुष्टिकरण किया जा रहा है। इसका दुष्परिणाम यह है कि राज्य की शांति व्यवस्था और आम लोगों के जान-माल को नुकसान हो रहा है।
नेता प्रतिपक्ष ने यह भी कहा कि इस वर्ष मुहर्रम के नाम पर पूरे राज्य में जो घटनाएं हुईं, वह झारखंड के इतिहास में पहली बार हुआ है। यह सब उन्मादियों का मनोबल बढ़ने के कारण हुआ है। मुहर्रम के अवसर पर झारखंड के गिरिडीह, हजारीबाग, सोनपुर, नयाटांड, धनबाद, सरायकेला में हिंसक झड़पें हुईं। वहीं, दुमका, जमशेदपुर, लोहरदगा, रामगढ़ में फिलिस्तीन के झंडे दिखाने की घटना सामने आई है। पाकुड़ जिले के गोपीनाथपुर गांव में बकरीद के मौके पर गौ हत्या का विरोध करने पर पश्चिम बंगाल से बांग्लादेशी मुस्लिमों ने गांव पर हमला कर कई घरों में तोड़फोड़, आगजनी, लूटपाट, बमबाजी और मारपीट की।
हजारीबाग सांसद मनीष जयसवाल ने कहा कि हजारीबाग के कई क्षेत्रों में मुस्लिम समुदाय द्वारा कई घटनाओं को अंजाम दिया गया है। उन्होंने बताया कि यज्ञ यात्रा के दौरान मुसलमानों ने महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया और मारपीट की। इस मामले में रिपोर्ट दर्ज की गई, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। एक राजनीतिक जुलूस पर भी मुसलमानों द्वारा हमला किया गया, लेकिन इस पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई।