जय जय जय माँ लक्ष्मी भवानी……. ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र

प्रस्तुत है मेरी रचना माता लक्ष्मी की वन्दना :—–

जय जय जय माँ लक्ष्मी भवानी ।
विष्णु प्रिया तुम जगत की माता ,
तुम हो मातु सकल जग त्राता ,
तुम्हरी कृपा चहत सब प्रानी ।
जय जय जय माँ………..
तोहिके पूजत शिव ब्रह्मादी ,
तोहिके मध्य न अन्त न आदी ,
गावत गुन सुर नर मुनि ज्ञानी ।
जय जय जय माँ………..
तोहिके महिमा अपरम्पारा ,
पल में सकल सृष्टि रचि डारा ,
महिमा अमित न जाइ बखानी ।
जय जय जय माँ………..
सेवत चरन सुलभ फल चारी ,
जो नहिं सेवत बनत भिखारी ,
सकल जगत महिमा यह जानी ।
जय जय जय माँ………..
ब्रह्मेश्वर तव दास कहावा,
महिमा निज मुख कछु कर गावा,
कृपा तोहार न जाय बखानी ।
जय जय जय माँ………..

रचनाकार

   ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र