छठ गीत मेरी कलम से। सभी व्रतियों को छठ पूजा की हार्दिक शुभकामनाएँ !
दर्शन दिहीं ना छठिय मैया, सेवका खड़ा है तोहरे द्वार । जोड़े रे कलसुपवा जोड़े रे नरियरवा, जोड़े जोड़े निमुआँ अनार छठिय मैया, सेवका खड़ा है तोहरे द्वार । दर्शन दिहीं ना छठिय मैया…… सेव नसपाती से भरल कलसुपवा, केलवा के घवध हजार छठिय मैया, सेवका खड़ा है तोहरे द्वार । दर्शन दिहीं ना छठिय मैया…… ठेकुआ महा परसाद कचवनियाँ, घिउआ दियनवाँ बार छठिय मैया, सेवका खड़ा है तोहरे द्वार । दर्शन दिहीं ना छठिय मैया…… अगर कपूर के बाती जलवनी, आरति कंचन थार छठिय मैया, सेवका खड़ा है तोहरे द्वार । दर्शन दिहीं ना छठिय मैया……