Bokaro: बाल और युवा छात्रों के बीच देने के मूल्य और महत्व को बढ़ाने के लिए एक अनूठे प्रयास के साथ बोकारो के श्री अय्यप्पा पब्लिक स्कूल में दान महोत्सव मनाया गया ।दान महोत्सव देने के सुख के त्योहार के रूप में भी मनाया जाता है। दान उत्सव सभी को एक साथ आने और बुनियादी उपयोगिताओं को साझा करके वंचित समुदायों का समर्थन कर उन्हें बढ़ाने का सही अवसर प्रदान करता है। परोपकार की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए देश हर साल अक्टूबर माह में दान उत्सव मनाता है। इसी कड़ी में श्री अय्यप्पा पब्लिक स्कूल के छात्रों और अभिभावकों ने खुले हृदय से दान कर कार्यक्रम को सार्थक और प्रभावशाली बना दिया ।स्कूल के छात्रों ने देने की खुशी का जश्न मनाने के लिए आज 4 जनवरी 2024 को दान महोत्सव अभियान में उत्साह पूर्वक भाग लिया ।श्री अय्यप्पा पब्लिक स्कूल के सार्थक पहल पर छात्रों ने जरूरतमंदों के लिए ऊनी कपड़े, किताबें ,कॉपियां ,पेंसिल, रबर, कटर, मिठाइयां ,चॉकलेटस, केक, स्कूल बैग, जूते -चप्पल ,लड़कों के कपड़े , लड़कियों के कपड़े , साड़ियां, कंबल, खिलौने, मोमबत्तियां इत्यादि दान किया।
इस कार्यक्रम की सफलता में श्री अयप्पा पब्लिक स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष श्री पी राजागोपाल,उपाध्यक्ष द्वय श्री मोहनन आर नायर एवं श्री शशिन्द्रन करात,सचिव श्री इ सुशीलन,कोषाध्यक्ष श्री बाबूराज आर,बोर्ड निदेशक श्री सुरेश कुमार के ए और बी साजीन, निदेशक एवं प्राचार्या ,सभी शिक्षकों तथा अभिभावकों का अहम योगदान रहा ।
श्री अय्यप्पा पब्लिक स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष श्री पी राजगोपाल ने इस अवसर पर कहा कि “दान जैसे नेक कार्य से जुड़ना वास्तव में सौभाग्य की बात है। दान ने मुरझाए बच्चों और बड़ों के चेहरे पर मुस्कान ला दी। ऐसे कार्यक्रम न केवल बच्चों को देने का महत्व सिखाता है बल्कि वंचित बच्चों का भविष्य भी सँवारता है। स्कूल के छात्रों और अभिभावकों की जीवंत भागीदारी देखकर खुशी हुई जिन्होंने इस अभियान को सफल बनाया। मुझे विश्वास है कि दान महोत्सव जैसे कार्यक्रम सामाजिक परिवर्तन और समावेशी विकास को बढ़ावा देंगे।”
विद्यालय के निदेशक डॉ एस एस महापात्रा ने कहा कि “दान महोत्सव में सभी तरह की उपयोगी सामग्रियां संग्रह की गई। हम सबों ने नए -पुराने सामानों के दान के लिए छात्रों और अभिभावकों से संपर्क साधा एवं उन्हें प्रोत्साहित किया। दान सामग्रियों को जरूरतमंदों के बीच पहुँचाकर हमें आनंद की अनुभूति हो रही है।”
विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती पी शैलजा जयकुमार ने कहा कि “दान उत्सव देने के मूल्य का प्रतीक है और यह मुस्कुराहट फैलाने तथा वंचितों को कुछ राहत पहुंचाने का प्रयास है। दान महोत्सव के माध्यम से मुझे पूरा विश्वास है कि बाल और युवा मन सहानुभूति और करुणा की भावना को आत्मसात करेंगे जो उन्हें समाज में भविष्य के परिवर्तन निर्माता के रूप में विकसित होने में सक्षम करेगा।”
दान महोत्सव के लिए जुटाई गई सामग्रियों का वितरण बोकारो के एकल विद्यालय तथा उसके अगल-बगल के झुग्गी- झोपड़ियों में की गई सामग्री पाकर जहाँ बच्चे मुस्कुराते दिखे वहीं बड़ों के चेहरे पर भी प्रसन्नता का भाव दिखा। दान सामग्री प्रकार बड़े-बूढ़ों ने छात्रों और अभिभावकों की खूब प्रशंसा की एवं कहा कि आप सभी खूब तरक्की करें। हम सभी इस ठंड के मौसम में दान पाकर राहत एवं खुशी का अनुभव कर रहे हैं।
श्री अय्यप्पा पब्लिक स्कूल के छात्रों ने एकल विद्यालय मे प्रार्थना गीत ‘शारदे-शारदे पुस्तक हस्ते शारदे’ गीत गाकर कार्यक्रम की शुरुआत की।छात्रों ने वहाँ लोक नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति भी दी।छात्र परिषद सदस्यों ने वहाँ के छात्रों से बातचीत कर अपने अनुभव भी साझा किए।
काशीझरिया अवस्थित विद्यालय गए अय्यप्पा के छात्रों ने अपनी अनुभूतियों को भी सबसे साझा किया।एकल विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती क्रांति देवी,अभियान प्रमुख श्री प्रान्चन महतो एवं श्री मनोज रतन पांडे के सहयोग से सामग्री वितरण सामरोह को संपन्न किया गया जिसमें समिति सदस्यों और कार्यकर्ताओं का सराहनीय योगदान रहा।
वहाँ के छात्रों ने अय्यप्पा से गई टीम का स्वागत तिलक लगाकर एवं स्वागत गान से किया।एकल के शिक्षकों ने भी छात्रों का उत्साह बढ़ाने के लिए आनंद नृत्य प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर श्री अय्यप्पा पब्लिक स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्यों सहित निदेशक, प्राचार्या,उप प्राचार्या, सभी विभागों के प्रभारी गणों, शिक्षकों, कर्मचारियों, छात्रों और अभिभावकों की सहयोग रही।