- 56 छात्र-छात्राओं ने मारी बाजी, 14 को जोनल रैंक 1, 14 राज्य में अव्वल
बोकारो ः दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) बोकारो के छात्र-छात्राओं ने सत्र 2023-24 के लिए सिल्वर जोन और साइंस ओलंपियाड फाउंडेशन (एसओएफ) की ओर से आयोजित विभिन्न ओलंपियाडों में शानदार प्रदर्शन करते हुए उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है। सीनियर व प्राइमरी, दोनों इकाइयों को मिलाकर कुल तीन विद्यार्थियों को ओलंपियाड रैंक 1 तथा 14 को जोनल रैंक 1 मिली, जबकि 14 विद्यार्थियों ने स्टेट रैंक 1 के साथ राज्य में अव्वल होने का गौरव प्राप्त किया। विद्यालय की सीनियर इकाई में सेकेंड लेवल में आदित्य मिश्रा, कुमार अनमोल और शिवम ओझा ने एनओएस (नेशनल ओलंपियाड ऑफ साइंस) में ओलंपियाड रैंक 1 पायी। आदित्य मिश्रा ने आईओईएल (इंटरनेशनल ओलंपियाड ऑफ इंग्लिश लैंग्वेज) में ओलंपियाड रैंक- 3 और अमोघ आनंद झा ने स्टेम इनोवेशन ओलंपियाड में ओलंपियाड रैंक 3 पायी। अखिल भारतीय हिन्दी ओलंपियाड (अभाहिओ) में सात्विक रूपम द्विवेदी और आयुषी श्री ने स्टेट रैंक 1 लाकर एक्सीलेंस स्वर्ण पदक व प्रमाण-पत्र जीते। आराध्या सिंह, शिप्रा हेम्ब्रम एवं आरिवा एंजेल ने स्टेट रैंक 2, अश्लोक आनंद, शिखा श्रेया एवं अमोघ आनंद झा ने स्टेट रैंक 3 पायी। वहीं, इंटरनेशनल रीजनिंग एंड एप्टीट्यूड टेस्ट ओलंपियाड में रक्षित राज ने जोनल रैंक 1 एवं ओलंपियाड रैंक 2 और कुणाल आनंद ने जोनल रैंक 3 पाकर स्वर्ण पदक प्राप्त किया। आदित्य राज, आयुषी श्री, वंशिका सिंह एवं कुमार अनमोल को रैंक 2, सरित चक्रवर्ती, अश्लोक आनंद, जय सात्विक मदिरेड्डी एवं श्रेयांशु घोष को स्टेट रैंक 3 मिली।
इधर, साइंस ओलंपियाड फाउंडेशन (एसओएफ) के आईसीओ (इंटरनेशनल कॉमर्स ओलंपियाड) में हर्षिता ने जोनल रैंक 1, बरुणी अग्रवाल ने रैंक 2, आदित्य मिश्रा ने एनएसओ (नेशनल साइंस ओलंपियाड) और आईएसएसओ (इंटरनेशनल सोशल साइंस ओलंपियाड) में रैंक 1, आईईओ (इंटरनेशनल इंग्लिश ओलंपियाड) में आराध्या मिश्रा ने जोनल रैंक 1 के साथ गोल्ड मेडल, राशि मान्या ने रैंक 2, हर्षल गुप्ता एवं अंकिता साक्षी ने रैंक 3, रयान सिंह ने आईएमओ (इंटरनेशनल मैथेमेटिक्स ओलंपियाड) में जोनल रैंक 1 व एनएसओ में रैंक 3, आदित्य राज ने आईएमओ में रैंक 2 और नेशनल साइबर ओलंपियाड में सार्थक सिद्धांत ने जोनल रैंक 3 प्राप्त की।
दूसरी ओर, विद्यालय की प्राइमरी इकाई में विभिन्न ओलंपियाडों में कुल 9 छात्र-छात्राओं को जोनल रैंक 1 तथा 12 विद्यार्थियों ने स्टेट रैंक वन हासिल की है। अज़लान परवेज ने आईओएम (इंटरनेशनल ओलंपियाड ऑफ मैथमेटिक्स) में जोनल रैंक 1, स्टेम ओलंपियाड में गेडेला वेदांतिका व अहान ने स्टेट रैंक 3, रेयांश सिंह ने स्टेट रैंक 2 एवं ध्रुव श्रीवास्तव ने स्टेट रैंक 1, आरव रंजन ने आईओईएल में स्टेट रैंक 1, प्रांजल सिंह ने आईआरएओ (रीजनिंग ओलंपियाड) में स्टेट रैंक 3, इशित पटेल ने आईआरएओ में जोनल रैंक 3, अभाहिओ में अदिति ने स्टेट रैंक 3 व आराध्या झा ने स्टेट रैंक 2, आईओएम में गौरव सिसोदिया ने स्टेट रैंक 2, हीरेश हितांश ने जोनल रैंक 1, नवण्या चिदर ने आईओएस (साइंस ओलंपियाड) में जोनल रैंक 1, गुरमीत कौर आहूजा ने एनएसओ (साइंस ओलंपियाड) में जोनल रैंक 6, शैलजा सान्वी ने स्टेम ओलंपियाड में स्टेट रैंक 2, आईआईओ (कंप्यूटर ओलंपियाड्स) में स्टेट रैंक 1 एवं एनएसओ इंटरनेशनल रैंक 2, दर्शिल राज ने आईओएम में स्टेट रैंक 1 एवं लेवल 2 में स्टेट रैंक 2, अथर्व कश्यप ने स्टेम ओलंपियाड में स्टेट रैंक 1 (लेवल 1) एवं जोनल रैंक 1, हर्षित चंदन ने स्टेम ओलंपियाड में स्टेट रैंक 2 एवं आईआरएओ में स्टेट रैंक 1 पायी। प्राणिद्य कुमारी मिश्रा ने आईआरएओ में स्टेट रैंक 1, स्टेम ओलम्पियाड में स्टेट रैंक 3, अभाहिओ में स्टेट रैंक 1, आईओएस में जोनल रैंक 1, एनएसओ में इंटरनेशनल रैंक 3 एवं आईईओ में जोनल रैंक 3, स्वधा प्रियावी ने अभिहिओ में स्टेट रैंक 1, आईआईओ में स्टेट रैंक 2, आईओएस में जोनल रैंक 1 एवं आईईओ में जोनल रैंक 5, अंशुमन झा ने अभाहिओ में स्टेट रैंक 1, आईएसएसओ (एसएसटी ओलंपियाड) में स्टेट रैंक 3, एसकेजीकेओ में स्टेट रैंक 2 एवं आईओएम में जोनल रैंक 1, अनिकेत सिंह ने अभाहिओ में स्टेट रैंक 2, आईएसएसओ में जोनल रैंक 3, एसकेजीकेओ एवं आईआईओ में स्टेट रैंक 3 एवं एनसीओ में जोनल रैंक 3 तथा अक्षत प्रियदर्शी ने स्टेम ओलंपियाड में स्टेट रैंक 1, आईओईएल, आईआरएओ, आईएसएसओ व आईओएम में स्टेट रैंक 2, अभाहिओ में स्टेट रैंक 1, आईएसएसओ (एसओएफ) एवं एसकेजीकेओ में जोनल रैंक 1 प्राप्त की। स्टेट रैंक व जोनल रैंक पाने वाले सभी विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल मिले।
विभिन्न स्पर्धाओं के लिए प्रतिभागियों को नकद पारितोषिक राशि भी मिली। विद्यालय के प्राचार्य डॉ. ए एस गंगवार ने सफल विद्यार्थियों को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने इसे विद्यार्थियों के कठिन परिश्रम तथा शिक्षकों के कुशल मार्गदर्शन का परिणाम बताते हुए इसी प्रकार बेहतरी का सिलसिला जारी रखने की प्रेरणा दी।