“जनता जाए भाड़ में, पुलिस को चाहिए सिर्फ कमीशन” – जयराम महतो

– हत्या की वारदात से गरमाया बोकारो: डुमरी विधायक जयराम महतो का पुलिस पर गंभीर आरोप

बोकारो, झारखंड।
नावाडीह थाना क्षेत्र में गुरुवार देर रात एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जिससे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। घटना रात करीब 1 बजे की है, जब विष्णुगढ़ निवासी 45 वर्षीय हेमलाल पंडित को अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी। मृतक ओझा-गुनी (झाड़-फूंक) का कार्य करता था और उसे फोन कर सुनसान जगह पर बुलाया गया था, जहां तीन अज्ञात युवकों ने पहले बातचीत की और फिर ताबड़तोड़ गोली चला दी। हेमलाल की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।

इस हत्या की खबर मिलते ही डुमरी के विधायक जयराम महतो देर रात मौके पर पहुंच गए। लेकिन घटना की सूचना मिलने के बावजूद स्थानीय थाना पुलिस का घटनास्थल पर न पहुंचना विधायक को बेहद नागवार गुजरा। उन्होंने मौके पर ही पुलिस प्रशासन पर जमकर भड़ास निकाली और झारखंड पुलिस की व्यवस्था पर तीखा प्रहार किया।

“झारखंड पुलिस को चाहिए कोयला, बालू और लोहा में कमीशन, जनता मरे तो फर्क नहीं पड़ता” – विधायक महतो

विधायक महतो ने कहा,

“यहां पुलिस को केवल कमीशन से मतलब है। कोयला, बालू और लोहा की तस्करी में इनका पूरा ध्यान है। लेकिन जब कोई आम नागरिक मारा जाता है, तो पुलिस का रवैया असंवेदनशील हो जाता है। नावाडीह थाना को सूचना देने के बाद भी पुलिस ने यह कहकर आने से मना कर दिया कि फोर्स उपलब्ध नहीं है।”

विधायक ने बताया कि उन्होंने खुद बोकारो एसपी और बेरमो डीएसपी को फोन किया, लेकिन किसी ने फोन रिसीव नहीं किया। इस रवैये से नाराज विधायक ने घटना स्थल से ही एक लाइव वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर प्रशासन की नाकामी को उजागर किया और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए।

मृतक के पिता का बयान: “फोन कर बुलाया, फिर मार दिया”

हेमलाल पंडित के पिता, जो घटना के वक्त पास ही मौजूद थे, ने बताया कि हेमलाल को किसी व्यक्ति ने फोन कर उस स्थान पर बुलाया था। वहां तीन युवक आए, उन्होंने कुछ बातचीत की और अचानक गोली मार दी। गोली लगते ही हेमलाल की मौके पर ही मौत हो गई। हालांकि, मृतक के पिता हत्यारों की पहचान नहीं कर सके।

“मैं जनता का प्रतिनिधि हूं, डरने वाला नहीं” – विधायक का दो-टूक

विधायक जयराम महतो ने कहा,

“पुलिस नक्सल प्रभावित क्षेत्र का बहाना बनाकर घटनास्थल पर नहीं आती। लेकिन जब हम वहाँ जाते हैं, तो हमें रोकने की कोशिश की जाती है। मैं डरने वाला नहीं हूं। मैं जनता का प्रतिनिधि हूं और उनकी सुरक्षा के लिए हर लड़ाई लड़ूंगा।”

उन्होंने कहा कि झारखंड पुलिस में कुछ अधिकारी सिर्फ कमीशनखोरी में लिप्त हैं। बोकारो जिले में खुलेआम कोयला, बालू और लोहा की तस्करी हो रही है और कानून-व्यवस्था को ताक पर रख दिया गया है। विधायक ने यह भी आरोप लगाया कि आम जनता की सुरक्षा से पुलिस का कोई सरोकार नहीं रह गया है।

पुलिस जांच शुरू, लेकिन कई सवाल अनुत्तरित

फिलहाल पुलिस ने मृतक की पहचान की पुष्टि कर दी है और जांच प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। लेकिन घटना के कारण और हमलावरों की पहचान अब तक स्पष्ट नहीं हो पाई है। यह हत्या पुलिस के लिए एक अबूझ पहेली बन गई है।

वहीं, विधायक के कड़े तेवरों और आरोपों ने पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली को कठघरे में खड़ा कर दिया है। लोगों में गुस्सा है और वे घटना में दोषियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।

यह हत्या न केवल एक व्यक्ति की जान जाने की घटना है, बल्कि एक बड़े प्रशासनिक सवाल की ओर भी इशारा करती है — क्या झारखंड में आम आदमी की जान की कोई कीमत नहीं रह गई है?

इस मामले में एसपी बोकारो मनोज स्वर्गियारी ने कहा कि इलाका माओवादी गतिविधियों से संवेदनशील है, इसलिए SOP के तहत पुलिस बाद में पहुंची। 

घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने गुरुवार को नावाडीह थाना का घेराव कर तोड़फोड़ की और थाना प्रभारी को सस्पेंड करने की मांग की।