श्रीकृष्ण लियो अवतार पावन….- ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र

यदुवंश में भगवान श्रीकृष्ण का अवतार हुआ है, गोकुल में आनन्द उत्सव मनाया जा रहा है, बधावा बज रहा है, नन्द जी और यशोदा जी…

View More श्रीकृष्ण लियो अवतार पावन….- ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र

रखियो बहना की लाज हमार भैया …- ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र

भाई दूज के अवसर पर भाई की प्रतीक्षा करती एक बहन का हृदयोद्गार मेरी इस रचना के माध्यम से प्रस्तुत है:—– रखियो बहना की लाज…

View More रखियो बहना की लाज हमार भैया …- ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र

देखो सज गइ आज अवध नगरी …- ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र

प्रभु श्रीराम वनवास समाप्त कर सीता जी और लक्ष्मण जी के साथ अयोध्या लौट आए। गुरु बशिष्ठ जी, सभी माताएँ, भाई भरत जी और शत्रुघ्न…

View More देखो सज गइ आज अवध नगरी …- ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र

आव आव हो चन्दा हमार अँगना ……- ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र

बाल मन को आनन्द देने वाली मेरी ये रचना प्रस्तुत है । बालक कृष्ण चन्द्रमा को देख कर मचल उठे । कहते हैं “मैया मोरि…

View More आव आव हो चन्दा हमार अँगना ……- ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र

उचरेला कागा अंँगनवाँ हो……- ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र

प्रभु श्री राम के आने की प्रतीक्षा माता शबरी कैसे कर रही है, मेरी भोजपुरी में लिखी गई इस रचना के माध्यम से प्रस्तुत है…

View More उचरेला कागा अंँगनवाँ हो……- ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र

उन चरनन का गुणगान करूँ,……- ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र

. चरण कमल रसपान करूँ . उन चरनन का गुणगान करूँ, जेहि चरनन मुनि तिय तारत है । उन चरनन का रज पान करूँ, जेहि…

View More उन चरनन का गुणगान करूँ,……- ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र

सुनियो जि नाथ मैं तो आयो शरण तुम्हारि……- ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र

प्रस्तुत है शरणागत भजन के रूप में मेरी ये रचना:—- सुनियो जि नाथ मैं तो आयो शरण तुम्हारि , नाथ मैं तो आयो शरण तुम्हारी…

View More सुनियो जि नाथ मैं तो आयो शरण तुम्हारि……- ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र

मोरी बालि रे उमीरिया……- ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र

प्रस्तुत है भोजपुरी में मेरी ये रचना जिसमें राधा जी का विरह वर्णन किया गया है :—— मोरी बालि रे उमीरिया , अब कैसे बीति…

View More मोरी बालि रे उमीरिया……- ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र

अवध के लोगवा, देत है गारी ……- ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र

प्रभु श्रीराम के वनवास से अयोध्यावासी बहुत व्याकुल होकर कैकेई को गाली दे रहे हैं और कहते हैं कि इस दुर्बुद्धि कैकेई ने राम को…

View More अवध के लोगवा, देत है गारी ……- ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र

आयो बनवाँ से राम लखन और सिया……- ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र

भगवान राम बन से अयोध्या लौटे हैं । तत्काल उनका राज्याभिषेक होता है । अयोध्या में उत्सव मनाया जा रहा है । अयोध्या को पूरी…

View More आयो बनवाँ से राम लखन और सिया……- ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र