चिन्मय विद्यालय सहित बोकारो के चार स्कूल सहोदया समूह से निष्कासित

कार्यकारिणी समिति के चुनाव में अमर्यादित गतिविधियों के मद्देनजर कोर कमेटी ने सर्वसम्मति से लिया निर्णय बोकारो। विद्यालयों को एक मंच पर जोड़कर शैक्षणिक उत्थान…

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झारखंड प्रशासनिक सेवा में बड़ा फेरबदल, 56 IAS अफसरों का तबादला-पदस्थापन

रांची: झारखंड सरकार ने बुधवार को 56 भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारियों का बड़ा तबादला और पदस्थापन कर नौकरशाही में व्यापक बदलाव किया है। कार्मिक…

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बेरमो में कोयला माफिया का बोलबाला—जांच कमजोर या जानबूझकर आंख बंद?

Editorial by Purnendu Sinha ‘Pushpesh’ झारखंड के बेरमो क्षेत्र में कोयले के अवैध उत्खनन का सिलसिला एक बार फिर सुर्खियों में है। बीते कुछ महीनों…

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खोता बचपन, जागती व्यवस्था

Editorial by : Purnendu Sinha ‘Pushpesh’    झारखंड, एक आदिवासी बहुल राज्य, अपने सांस्कृतिक वैभव और प्राकृतिक संसाधनों के बावजूद आज देश में बच्चों की…

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बाल श्रम का ज़हर: आँकड़ों की चुप्पी, प्रशासन की मौनस्वीकार्यता

सम्पादकीय : पूर्णेन्दु सिन्हा ‘पुष्पेश’      भारत में बाल श्रम को लेकर जितनी संवेदनशील बातें होती हैं, ज़मीनी सच्चाई उससे उतनी ही क्रूर है।…

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तीन दशक की चुप्पी : संस्कार और संवाद की खोज में बोकारो

सदियों पुरानी नीति रही है — किसी देश या प्रदेश को यदि कमज़ोर करना हो, तो सबसे पहले उसकी संस्कृति पर प्रहार करो। उसकी कला,…

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रहस्यमय रिश्ता… — डॉ. प्रशान्त करण

आज अजीब वाकिया हुआ। तड़के सुबह रवि बाबू अपनी फटफटिया से मुझे साथ लेकर रामलाल जी के यहाँ पहुँच गए। दस मिनट तक साँकल बजाने…

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बोकारो में संस्कृति की वापसी : एक उपायुक्त की साहित्यिक चेतना और कलाकारों की आशा

संपादकीय: — पूर्णेन्दु सिन्हा ‘पुष्पेश’ बोकारो जिला लंबे समय से केवल उद्योग और उत्पादन का परिचय बनकर रह गया था। इस शहर की पहचान लौह…

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जनप्रतिनिधित्व की साख पर सवाल: श्वेता सिंह प्रकरण और लोकतंत्र की परीक्षा

सम्पादकीय : पूर्णेन्दु सिन्हा ‘पुष्पेश ‘  किसी भी लोकतंत्र की रीढ़ उसकी पारदर्शी और जवाबदेह राजनीतिक व्यवस्था होती है। और जब वही व्यवस्था सवालों के…

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भ्रष्टाचार की हाँडी और नौकरशाही का काला चावल

सम्पादकीय : पूर्णेन्दु सिन्हा ‘पुष्पेश ‘ झारखंड की धरती एक बार फिर उसी दाग़ से सनी है, जो बरसों से इसकी छवि को मलिन करता रहा…

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