बीजेपी के घोषणापत्र की 25 संकल्पों की तुलना INDI गठबंधन के वादों से, कौन बेहतर?

PURNENDU SINHA PUSHPESH झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के लिए बीजेपी और इंडी (INDI) गठबंधन के घोषणापत्रों में जो प्रमुख वादे किए गए हैं, वे राज्य…

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उठना कदम का……- डॉ प्रशान्त करण

हम भारतवर्ष के गर्वित देशवासी एक से बड़ी एक विशाल समस्याओं से नहीं डरते। हम बड़ी हिम्मत के साथ उन्हें सफलतापूर्वक अनदेखा करते रहे हैं।…

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झारखंड चुनाव: आदिवासी वोट, ‘रोटी, माटी, बेटी’ का नारा और बीजेपी की रणनीति

सम्पादकीय : पूर्णेन्दु सिन्हा ‘पुष्पेश’।   झारखंड में 2024 के विधानसभा चुनाव का माहौल गरमा रहा है। जैसे-जैसे 13 और 20 नवंबर की तारीख करीब आ…

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सत्ता लोलुपता और आदिवासी अधिकारों का संकट

सम्पादकीय : पूर्णेन्दु सिन्हा ‘पुष्पेश’।   झारखण्ड मुक्ति मोर्चा की सत्ता लोलुपता ने झारखण्ड के सभी वर्गों को असंतुष्ट ही नहीं पूरा नाराज़ कर के रखा…

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झारखंड विस चुनाव 2024 में आदिवासी मुद्दा: एनडीए बनाम इंडी गठबंधन

-पूर्णेन्दु सिन्हा ‘पुष्पेश ‘ झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 की तैयारी में सभी प्रमुख राजनीतिक दलों की नजर आदिवासी मुद्दों पर है। राज्य में आदिवासी समुदाय…

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राजनीतिक परिपक्वता विरासत में नहीं मिलती: राहुल गांधी का नया आडम्बर

-पूर्णेन्दु सिन्हा ‘पुष्पेश’ दिवाली के मौके पर इस नए आडम्बर से राहुल एक साथ दो निशाने लगाने की कोशिश कर रहे हैं। एक तो मुस्लिम…

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तैयारी चुनाव की – बारह………- डॉ प्रशान्त करण

रघुवंशी जी सुबह रुआँसे थे . खबरीलाल ने पूछ लिया – सर कोई मुसीबत आ गयी क्या ? बोले – धनतेरस गया , दिवाली भी…

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बिगड़ती डेमोग्राफी में हिंदू और आदिवासी अस्तित्व पर संकट

सम्पादकीय : पूर्णेन्दु सिन्हा ‘पुष्पेश’।   भारत का समाज प्राचीनकाल से ही धार्मिक सहिष्णुता और विविधता का प्रतीक रहा है। हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, आदिवासी और…

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हेमंत सोरेन की चुप्पी: आदिवासी संस्कृति की हत्या या राजनीतिक विवशता?

सम्पादकीय : पूर्णेन्दु सिन्हा ‘पुष्पेश’।   चुनावी बयानबाजी सही, अभद्र टिप्पणी कर आप थोड़े दिन के लिए लाइमलाइट में तो रह सकते हैं, जनता का विश्वास…

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विभाजन की राजनीति: एक खतरनाक खेल

सम्पादकीय : पूर्णेन्दु सिन्हा ‘पुष्पेश’।   भारतीय राजनीति में जातिगत समीकरण और चुनावी रणनीतियाँ अनिवार्य तत्व रही हैं, लेकिन वर्तमान समय में कांग्रेस और इंडी गठबंधन…

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