नियोजन नीति के विरोध में छात्र संगठन ने भरा हुंकार, किया वनांचल चौक को जाम
डुमरी(गिरिडीह)। झारखंड सरकार की 60-40 की नियोजन नीति के विरोध में झारखंड स्टेट स्टुडेंट्स यूनियन द्वारा 10 एवं 11 जून को झारखंड बंदी का सांकेतिक प्रभाव दूसरे दिन देखने को मिला। पहले दिन की बंदी पुलिस की पूरी मुस्तैदी व बंद समर्थकों की चंद संख्या होने के कारण असफल होने के बाद दूसरे दिन छात्र नेता जयराम महतो ने स्वयं मोर्चा संभाला और सरकार के नियोजन नीति के विरोध में जमकर हुंकार भरा।
बंद के समर्थन में यूनियन से जुड़े सैकड़ों कार्यकर्ता केबी उच्च विद्यालय के मैदान में जमा हुए जहां से जुलूस के शक्ल में नारेबाजी करते हुए बेरमो मोड़, बस स्टैंड होते हुए इसरी चौक पहुंचे। वहां से वापस वनांचल चौक पहुचे जहां भीड़ नुक्कड़ सभा में तब्दील हो गया। जिसे संबोधित हुए जयराम महतो ने कहा कि हमारे देश के।किसी राज्य में 60:40 की नियोजन नीति नहीं है। झारखंड में ऐसी नीति सरकार ने बना दिया है कि झारखंड के युवाओं को नौकरी सहित अन्य क्षेत्रों में उसका वाजिब हक नहीं मिलेगा। कहा कि सरकार युवाओं की भावनाओं एवं आक्रोश को नहीं समझ रही है और इसका माकुल जवाब लोकतांत्रिक तरीके से 2024 के चुनाव में दिया जाएगा। कहा कि हेमंत सोरेन ने जितनी भी बहाली निकाली है उसमें अधिकांश बाहरी लोगों ने नियुक्ति पा ली। कहा कि इस शासन से नक्सलियों की सोंच अच्छी है। उसमें कम से कम गरीबों की जमीनें तो नहीं लूटी जाती। अभी पैसे के बदौलत किसी की जमीन को किसी के नाम कर दिया जाता है। कहा कि हमारा एक शासन झुमरा पहाड़ एवं दूसरा शासन पारसनाथ पहाड़ से चलेगा।
नुक्कड़ सभा के कारण डुमरी गिरिडीह पथ करीब एक घंटे तक जाम रहा। हालांकि इस दौरान इमरजेंसी वाहनों के परिचालन को प्रभावित नहीं किया गया। इधर कार्यक्रम को लेकर वनांचल चौक एवं बेरमो मोड़ पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था। एसडीएम प्रेमलता मुर्मू, एसडीपीओ मनोज कुमार, सीआरपीएफ कमांडेंट देवेन्द्र कुमार, इंस्पेक्टर परमेश्वर लेयांगी, सीओ धनंजय गुप्ता, निमियाघाट थाना प्रभारी साधन कुमार, डुमरी थाना प्रभारी पवन कुमार, मधुबन थाना प्रभारी राजु मुंडा, पीरटांड़ थाना प्रभारी डीलशन बिरूआ, डुमरी थाना के एसआई ओपी चौहान सहित भारी संख्या में पुलिस बल व सैट के जवान तैनात थे।
कार्यक्रम में छात्र नेता जयराम महतो, मोतीलाल महतो, अमित महतो, महेन्द्र साव, निक्कू मिर्धा,पृथ्वी राज, उपेंद्र महतो, छत्रधारी महतो, सुभाष कुमार, धनंजय महतो, हीरालाल महतो, राजू कुमार, विजय कुमार, सेवा पंडित, उमेश महतो, पवन कुमार, राहुल कुमार,नरेश महतो आदि सैकड़ों युवा शामिल थे।
रिपोर्ट : अजय कुमार रजक