प्रस्तुत है शरणागत भजन के रूप में मेरी ये रचना :—–
तुम बिन हमरी कौन खबर ले ,
माधव मदन मुरारी जी ।
तुम शरणागत पालक प्रभु जी ,
आयो शरण तुम्हारी जी ।
तुम बिन हमरी कौन खबर ले……
मैं तो अधम कुटिल खल कामी ,
तुम हो अधम उधारी जी ।
मेरा भी उद्धार करो प्रभु ,
बिनती तो से हमारी जी ।
तुम बिन हमरी कौन खबर ले……
जगत जाल में उलझ गयो प्रभु ,
तो को दियो बिसारी जी ।
भजन भाव नहिं कियो प्रभू जी ,
केहि विधि तरन हमारी जी ।
तुम बिन हमरी कौन खबर ले……
शरण में तेरी जो भी आया ,
कृपा सिन्धु गिरधारी जी ।
उसकी नैया पार किये प्रभु ,
भवसागर से तारी जी ।
तुम बिन हमरी कौन खबर ले……
रचनाकार
ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र