सरस्वती वन्दना ……………- ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र

सरस्वती वन्दना .

हे विधात्री शुभ्रवस्त्रा,महाभागे महेश्वरी ।
मातेश्वरी ज्ञानेश्वरी, श्वेताम्बरा सर्वेश्वरी ।।
हे विधात्री शुभ्रवस्त्रा…………
अज्ञान हारिणि जगत तारिणि, पावनी परमेश्वरी ।
हे विद्यादायिनि मातु सुरसति, सर्व लोक लोकेश्वरी ।।
हे विधात्री शुभ्रवस्त्रा…………
हे हंसवाहिनि वीणापाणी, जगत मातु जगेश्वरी ।
तेरि शरण ब्रह्मेश्वर है आया, रक्षा करो मातेश्वरी ।।
हे विधात्री शुभ्रवस्त्रा…………

 

रचनाकार

  ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र