प्रस्तुत है माता का श्रृंगार वर्णन मेरी इस रचना के माध्यम से:—–
मैया शैलसुता का श्रृंगार देखो ।
लाल लाल जोड़ा लाले रंग चुनरी,
लाले लाले फूलों का हार देखो ।
मैया शैलसुता का श्रृंगार……..
लाले रंग सिन्दुर लाले रंग चूड़ी,
लाले रंग बिन्दिया लिलार देखो ।
मैया शैलसुता का श्रृंगार……..
कानों में झुमका नाक नथनियाँ,
गरवा में सोने का हार देखो ।
मैया शैलसुता का श्रृंगार……..
हाथों में कंगन पाँव पैजनियाँ,
नैनों में कजरा कि धार देखो ।
मैया शैलसुता का श्रृंगार……..
कदली के पत्तों से द्वार सजल है,
शोभत है बन्दनवार देखो ।
मैया शैलसुता का श्रृंगार ……..
भक्तन्ह सब चरणों में शीश झुकावै,
मैया कि महिमा अपार देखो ।
मैया शैलसुता का श्रृंगार……..
रचनाकार
ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र