DHARM जो तोहे प्रीत लगी हरि चरनन….-ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र admin January 30, 2025 भक्ति की जोति सदा तु जलाओ . (सवैया) — जो तोहे प्रीत लगी हरि चरनन, भक्ति की जोति सदा तु जलाओ। हैं प्रभु दीनदयालु कृपालु, सुनैंगें तुम्हारि तु सोच न लाओ।। दर्शन बिनु तेरे प्यासे जो नैना, तु चातक बनि निज रटन सुनाओ। ‘ब्रह्मेश्वर’ अब देहु दरश प्रभु, शोक भगत के तु आके मिटाओ।। रचनाकार : ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र