DHARM बेदर्दी ना माने रे….-ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र admin March 6, 2025 प्रस्तुत है मेरी ये रचना राधा कृष्ण की होली :——- बेदर्दी ना माने रे , मोहे बरबस रंग लगाए । भींगत मोरी चुनरी चोली , अँगिया रंग डुबाए । बेदर्दी ना माने रे……… भरि भरि मारत रंग पिचकारी , गाल गुलाल लगाए । बेदर्दी ना माने रे……… राधा मोहन की यह होली , ब्रह्मेश्वर मुख गाए । बेदर्दी ना माने रे……… रचनाकार : ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र