भजले सीतापति रघुराई….. – ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र

प्रस्तुत है मेरी रचना – प्रभु श्रीराम का भजन :—

भजले सीतापति रघुराई ।
जाके भजत भोले शिव शंकर ,
चरन कमल चित लाई ।
भजले सीतापति………..
जाके भजत देव ऋषि नारद ,
वीणा वाद्य बजाई ।
भजले सीतापति…………
जाके भजत कपी हनुमंता ,
चरनन लगन लगाई ।
भजले सीतापति………..

 

रचनाकार

  ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र