जब हम भारत की स्वतंत्रता की गाथा को पढ़ते हैं, तो हमारे सामने दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, और लाहौर जैसे बड़े शहरों की तस्वीरें उभरती हैं।…
View More भारत की आज़ादी में झारखंड क्षेत्र का योगदान : क्रांति की धरती से स्वाधीनता की राह तकAuthor: admin
भारत की आज़ादी: संघर्ष, बलिदान और चेतना की अनसुनी कहानियाँ
भारत की स्वतंत्रता की यात्रा केवल एक राजनीतिक बदलाव नहीं थी, बल्कि यह एक राष्ट्रीय जागरण, जनआंदोलन, और लाखों गुमनाम व ज्ञात नायकों के त्याग…
View More भारत की आज़ादी: संघर्ष, बलिदान और चेतना की अनसुनी कहानियाँप्रेम में है शक्ति अपार ….— डॉ. प्रशान्त करण
प्रेम करना ठठ्ठा नहीं है। हर किसी से नहीं निभता। कहते हैं, जो निभाता है या जिसका जैसे-तैसे निभ जाए — दोनों पक्षों की नींद…
View More प्रेम में है शक्ति अपार ….— डॉ. प्रशान्त करणडीएवी सेक्टर-4 में एथलेटिक्स स्पोर्ट्स मीट का भव्य आगाज़, खिलाड़ियों ने दिखाया शानदार प्रदर्शन
बोकारो : डीएवी सेक्टर-4 स्कूल में 22 और 23 जुलाई को आयोजित डीएवी स्पोर्ट्स क्लस्टर-6 एथलेटिक्स प्रतियोगिता का शानदार आयोजन हुआ। ट्रैक एवं फील्ड की…
View More डीएवी सेक्टर-4 में एथलेटिक्स स्पोर्ट्स मीट का भव्य आगाज़, खिलाड़ियों ने दिखाया शानदार प्रदर्शनविकास और विस्थापन के बीच संतुलन की नई शुरुआत: बोकारो से झारखंड को मिल सकती है नई दिशा
सम्पादकीय : पूर्णेन्दु सिन्हा ‘पुष्पेश ‘ बोकारो स्टील सिटी में लंबे समय से विस्थापितों और स्थानीय निवासियों के बीच रोजगार, पुनर्वास और अधिकारों को लेकर…
View More विकास और विस्थापन के बीच संतुलन की नई शुरुआत: बोकारो से झारखंड को मिल सकती है नई दिशागोमिया थाना परिसर में यातायात जागरूकता एवं स्वयंसेवक सम्मान कार्यक्रम आयोजित
– ‘We’re your Friends in Uniform!’ मुहिम को मिली नई ऊर्जा गोमिया (14 जुलाई 2025) : बोकारो पुलिस द्वारा जनता से जुड़ाव और सामाजिक सहभागिता…
View More गोमिया थाना परिसर में यातायात जागरूकता एवं स्वयंसेवक सम्मान कार्यक्रम आयोजितवेब जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया- डिजिटल पत्रकारों के अधिकार और गरिमा की एक सशक्त आवाज़
भारत में वेब पत्रकारिता के बढ़ते प्रभाव और बदलते मीडिया परिदृश्य के बीच, “वेब जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (WJAI)” एक सशक्त और संगठित मंच के…
View More वेब जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया- डिजिटल पत्रकारों के अधिकार और गरिमा की एक सशक्त आवाज़झारखंड के सरकारी अस्पतालों से क्यों कतराते हैं युवा डॉक्टर?
सम्पादकीय : पूर्णेन्दु सिन्हा ‘पुष्पेश ‘ झारखंड जैसे राज्य के लिए यह विडंबना ही कही जाएगी कि जहां एक ओर ग्रामीण और आदिवासी बहुल क्षेत्रों…
View More झारखंड के सरकारी अस्पतालों से क्यों कतराते हैं युवा डॉक्टर?जनजातीय चेतना और राष्ट्रनिर्माण में नागरिक आचरण की भूमिका
सम्पादकीय : पूर्णेन्दु सिन्हा ‘पुष्पेश ‘ जब हम राष्ट्र और समाज की रक्षा की बात करते हैं, तो हमारी कल्पना अक्सर सीमाओं पर तैनात जवानों,…
View More जनजातीय चेतना और राष्ट्रनिर्माण में नागरिक आचरण की भूमिकाबोकारो में बढ़ता अपराध: पुलिस के लिए चुनौती भी, अवसर भी
सम्पादकीय : पूर्णेंदु सिन्हा ‘पुष्पेश’ बोकारो में इन दिनों अपराध की तस्वीर कुछ ऐसी बनती जा रही है, जो न केवल पुलिस की सक्रियता की…
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