निखिल साधकों ने धूमधाम से मनाया गुरु पूर्णिमा महोत्सव

* जय गुरुदेव और हर-हर महादेव के जयघोष से गूंजा निखिल पारदेश्वर महादेव मंदिर
 
* सनातन काल से चला आ रहा है गुरु-शिष्य संबंध ः पांडेय
 
बोकारो। गुरु और शिष्य के संबंधों को नवीन चेतना प्रदान करने वाले समर्पण दिवस गुरु पूर्णिमा का आयोजन रविवार को चास-बोकारो में जगह-जगह किया गया।इसी कड़ी में सिद्धाश्रम साधक परिवार (निखिल मंत्र विज्ञान) की ओर से संस्था द्वारा सेक्टर-12डी में स्थापित निखिल पारदेश्वर महादेव मंदिर में गुरु पूर्णिमा महोत्सव के रूप में मनाई गई। इसमें बोकारो और उपशहर चास सहित जिलेभर के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले निखिल शिष्यों ने पूरी श्रद्धा व निष्ठा के साथ भाग लिया। सुबह से ही साधक पूजा की तैयारियों में लग गए। परमहंस स्वामी निखिलेश्वरानंदजी महाराज (डॉ.. नारायण दत्त श्रीमाली) एवं वंदनीया माता भगवती की दिव्यतम छत्रछाया में शिष्यों ने गुरुदेव श्री नंदकिशोर श्रीमाली की ओर से बताई गई विधि के अनुसार साधकों ने पूजा संपन्न की।
इसका शुभारंभ गणपति-पूजन से हुआ। इसके बाद विधिपूर्वक गुरु पादुका पूजन संपन्न किया गया। साधकों ने गुरु मंत्र जप का विशेष अनुष्ठान संपन्न किया। इसके बाद संध्या बेला में दर्जनों लोगों ने सामूहिक रूप से हवन में विभिन्न वैदिक मंत्रों से आहुतियां देकर विश्व-शांति की कामना की। गुरु आरती, शिव आरती और समर्पण स्तुति के पश्चात महाप्रसाद वितरण से अनुष्ठान संपन्न हुआ। इस क्रम में पूरा मंदिर और आसपास का इलाका गुरुमय, निखिलमय होकर जय गुरुदेव और हर-हर महादेव के जयघोष से गुंजरित होता रहा।
मौके पर सिद्धाश्रम साधक परिवार के बोकारो शाखाध्यक्ष पीएन पांडेय ने गुरु पूर्णिमा और गुरु-शिष्य संबंध की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि गुरु और शिष्य का संबंध तब से चला आ रहा है जब से सनातन धर्म की स्थापना हुई और सनातन धर्म वेदों का ही विस्तार है। महासचिव विजय कुमार झा ने कहा कि गुरु वह परम सत्ता हैं, जिनके माध्यम से ही जीवन में परमात्मा का प्रकाश संभव है। इस अवसर पर मदन मोहन अग्रवाल, डॉ. पीएन सिंह, मनोज सिंह, सुभाष पंडित, चंद्र प्रभावती देवी, भोला सिंह, शांति देवी, रेखा देवी, सुरेश कुमार, ज्योति कुमारी, भीम, ललिता देवी, गीता देवी सहित बड़ी संख्या महिला-पुरुष उपस्थित थे।