आज समाज एवं राष्ट्र के लिए जीने का चिंतन करना आवश्यक ः नंदलाल जोशी

 

 

बोकारो ः राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, बोकारो महानगर के कुटुंब प्रबोधन आयाम का परिवार स्नेह मिलन कार्यक्रम रविवार को स्थानीय सरस्वती विद्या मंदिर, 3-सी में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में बाबा बैजनाथ घाट के प्रमुख एवं झारखंड प्रांत सह-संयोजक सुनील बरनवाल ने अपने संबोधन में कहा कि आज अधिकांश व्यक्ति कुछ रोगों, यथा- बीपी, शुगर आदि से पीड़ित हैं। हम अपने जीवन की कार्यशैली में परिवर्तन कर लगभग सभी सामान्य रोगों से मुक्त हो सकते हैं। आज प्रत्येक परिवार संवाद युक्त, विवाद मुक्त, शक्तिमय, भक्तिमय एवं आनंदमय में बना रहे, इसके लिए प्रार्थना करनी चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए चिन्मय मिशन के स्वामी राघवानंद आचार्य ने राम के गुण का भजन प्रस्तुत करते हुए गीता ज्ञान पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हर घर में रामायण, महाभारत, रामचरितमानस एवं गीता अवश्य होना चाहिए तथा हर घर में कम से कम गीता प्रत्येक दिन पाठ होना चाहिए।

कार्यक्रम के संयोजक अवधेश चौधरी ने स्वागत भाषण में इस आयोजन को महानगर के लिए सौभाग्य का विषय बताया।

 

कार्यक्रम के समापन सत्र में मुख्य वक्ता के रूप में अपने विचार अभिव्यक्ति में वरीय प्रचार नंदलाल जोशी केन्द्र जयपुर ने कहा कि आज विज्ञान की अत्यधिक महत्ता है। परिवार में केवल मेरी पत्नी और बच्चे हैं। इस प्रकार की धारणा उचित नहीं है। परिवार में कम से कम तीन पीढ़ी के लोग साथ रहे हैं। इसके लिए हम सबको प्रयास करना चाहिए। परिवार के लिए विस्तृत भाव के साथ समाज तथा राष्ट्र के लिए जीने का चिंतन करना है। परिवार की सुख शांति के लिए समर्थ तथा राष्ट्र के सुख शांति की परवाह धारा बननी चाहिए। कार्यक्रम का संचालन डॉ रामनारायण सिंह ने तथा धन्यवाद ज्ञापन कुटुंब प्रबोधन प्रमुख परशुराम शाह ने किया।

कार्यक्रम को सफल बनाने में कार्यक्रम के संरक्षक महानगर संघचालक रंजीत बरनवाल, कार्यक्रम के सह- संयोजक संदीप तिवारी, प्रशांत कुमार, महानगर कार्यवाह संजय कुमार, जितेंद्र नाथ सिंह, विद्यालय के प्राचार्य राम सुमन सिंह, शिव कुमार सिंह, राजकुमार सिंह, मनोज पाठक, पंकज सिंह, धीरेन्द्र गोप, प्रदीप बाग आदि अनेक कार्यकर्ताओं का योगदान रहा। इस अवसर पर पूरे महानगर के लगभग 1500 बन्धु भगिनी उपस्थित रहे।

Leave a Reply