बोकारो ः धनबाद लोकसभा के नव निर्वाचित सांसद ढुल्लू महतो चुनाव में अपार समर्थन के लिए गुरुवार को श्रमिक शक्ति को नमन करने बोकारो स्टील प्लांट के मेन गेट पर पहुंचे। उन्होंने अपार समर्थन के लिए ड्यूटी पर प्लांट जा रहे मजदूरों को हाथ जोड़कर उनका आभार व्यक्त किया और रास्ते की धूल का तिलक लगाकर शपथ के लिए दिल्ली रवाना हुए।
उल्लेखनीय है कि चुनाव के दौरान और चुनाव के पश्चात मजदूर शक्ति की चौखट पर हाथ जोड़कर खड़ा होने वाले वह पहले सांसद हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि बोकारो के बीएसएल मजदूरों के समस्या की जानकारी है। ठेका मजदूरों के शोषण से भी अवगत हैं। सुनने में आ रहा है ठेका मजदूरों का मेडिकल चेकअप हो रहा है। यह जांच, यदि मजदूरों को स्वस्थ रखने के ख्याल से हो रहा है तो स्वागत है, लेकिन यदि छंटनी की साजिश है तो साजिशकर्ता सावधान हो जाएं। स्वास्थ्य मामले में जो कार्यरत अधिकारी के लिए मापदंड है, वही ठेका मजदूरों के लिए होगा। अंतर की कोई जगह नहीं है। ठेका मजदूर की प्रताड़ना होगी तो हमें दुख होगा।
उन्होंने कहा कि मैं भाजपा का प्रत्याशी था, अब धनबाद लोकसभा का सांसद हूं। जिसने समर्थन दिया और जिसने नहीं दिया, वे सभी सांसद के रूप में मेरे परिवार के सदस्य हैं। मैं चौबीस घंटा उपलब्ध हूं। कोई भी बिना किसी की सिफारिश के सीधे हमसे संपर्क करेंगे तो हमे गर्व होगा। उन्होंने कहा कि मैं जनहित में काम करना चाहता हूं। कामना है कि बीएसएल, मजदूर, विस्थापित, नगरवासी समृद्ध व सुरक्षित हों। इसके लिए आमजनों से सुझाव अपेक्षित है। विचार-सुझाव आप दें, योजना को अमलीजामा पहनाना मेरा काम है।
इस अवसर पर जनता मजदूर सभा के अध्यक्ष साधु शरण गोप ने कहा कि मजदूरों ने अपनी एकजुटता से ढुल्लू महतो जी को सांसद बनाया है। वे कामरेड राय साहब के बाद मजदूरों का दुख-दर्द समझने वाले सांसद साबित होंगे। मौके पर मजदूर नेता प्रेम कुमार, संदीप कुमार आश, घनश्याम गोप, शंकर महथा, विस्थापित नेता सहदेव साव, बैद्यनाथ बेसरा, फूलचंद मंडल, मनोज सिंह, वकील अग्रवाल, पूर्व मुखिया टीना सिंह, शिबू महतो, माना सिंह, राजेश महतो, टी डी मंडल, मंटू राय, सुनीता देवी, उमाशंकर गोप, भानु गोप, राज कुमार महतो, श्याम नाथ मंडल, देबू पाल, पुष्पा देवी, मंजू देवी, लालाजी महतो, संतोष कर्मकार, अघनु रजवार, सुमन सिंह, विनेश नायक, ज्योति लाल महतो, रामचंद्र केशरी, पी पी साहू, सुभाष दास, अशोक महतो, पालित महतो, भगवान साहू, प्रदीप गोराई, गोविंद गोप, के अलावा सैकड़ों मजदूर, विस्थापित व नगरवासी उपस्थित थे।