DHARM प्यारे ललना को मैया झुलावै पलना…..-ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र admin January 4, 2025 माता कौशल्या बालक राम को पालने में झुला रही हैं। इसी प्रसंग पर प्रस्तुत है मेरी ये रचना :—– प्यारे ललना को मैया झुलावै पलना । प्यारे राघव को मैया झुलावै पलना ।। प्यारे ललना को मैया………… सोने पलन लागी रेशम डोरी , हीरा जड़ल दमकत चहूँ ओरी , तेहि पर मैया लिटावै ललना । हो झुलावै पलना । प्यारे ललना को मैया………… धीरे धीरे मैया झुलावै पलनवाँ , चन्दा को मैया बुलावै अँगनवाँ , गा गा के मैया खेलावै ललना । हो झुलावै पलना । प्यारे ललना को मैया………… मैया के सुख बरनी न जाई , बरनत सुख शारद सकुचाई , छायो आनन्द भवन अँगना । हो झुलावै पलना । प्यारे ललना को मैया………… रचनाकार : ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र