हे मैया शारदे अरज मोर सुन लो , भक्तन का करदो कल्यान । हे जननी भक्तन का करदो कल्यान । गावत हैं गुनवां तोहार हे माता , मद मोह त्यागि अभिमान । हे जननी भक्तन का करदो………. तुम्हीं जग त्राता, बुद्धि विधाता , तुम्हीं हो विद्या के दाता हे माता , हर लो हमार अज्ञान । हे जननी भक्तन का करदो………. तुम्हीं हो नैया तुम्हीं खेवैया , तुम्हीं तो हो पतवार हे माता , करदो हमारी बेड़ा पार । हे जननी भक्तन का करदो………. तोहरे शरनियाँ में आयो हे माता , चरनन में शीश झुकायो हे माता , तुम हो दया के निधान । हे जननी भक्तन का करदो………..