DHARM बिरज में खेलत फाग मुरारी….-ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र admin March 8, 2025 प्रस्तुत है मेरी ये रचना राधा कृष्ण की होली :—— बिरज में खेलत फाग मुरारी । राधा ललिता अरु बृज बनिता , मारत रंग पिचकारी । बिरज में खेलत फाग……….. कृष्ण के भीगे पट पीताम्बर , राधा के भीगै सारी । बिरज में खेलत फाग……….. बाजत ढोल मृदंग पखावज , नाचत देइ कर तारी । बिरज में खेलत फाग………… रचनाकार : ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र