लगन लागि तोह से, राम रघुरैया………ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र

प्रभु से जसकी लगन लग गई वह भवसागर पार उतर गया। गणिका, गिद्ध, अजामिल, केंवट, शबरी, अहिल्या आदि सभी ने प्रभु के चरण में नेह लगा कर प्रभु के परमधाम को प्राप्त किया। इसी प्रसंग पर प्रस्तुत है मेरी ये रचना:–

लगन लागि तोह से, राम रघुरैया ।
गणिका कि लागी, अजामिल कि लागी,
गिद्ध कि लागी, जगत के रचैया ।
लगन लागि तोह से………..
शबरी कि लागी, अहिल्या कि लागी,
केंवट कि लागी, भवसागर खेवैया ।
लगन लागि तोह से………..
ध्रुव प्रह्लाद सुदामा कि लागी,
नारद कि लागी, अवध के बसैया ।
लगन लागि तोह से………..
सूर कि लागी, तुलसी कि लागी,
मीरा कि लागी, भक्तन्ह के रखैया ।
लगन लागि तोह से……….. 

 

रचनाकार

 
   ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र