हरि ओम हरि ओम……..ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र

हरि ओम हरि ओम हरि ओम हरि ओम,
हरि ओम हरि ओम हरि ओम हरि ओम ।

शिव के डमरू से निकल रहा,
हरि ओम हरि ओम हरि ओम हरि ओम ।
सुरसति की बीणा बोल रही,
हरि ओम हरि ओम हरि ओम हरि ओम ।।

हरि ओम हरि ओम हरि ओम हरि ओम,
हरि ओम हरि ओम हरि ओम हरि ओम ।

ब्रह्मा के चारों बेदों से,
है निकल रहा हरि ओम हरि ओम ।
नारद जी का मुख बोल रहा,
हरि ओम हरि ओम हरि ओम हरि ओम ।।

हरि ओम हरि ओम हरि ओम हरि ओम,
हरि ओम हरि ओम हरि ओम हरि ओम ।

है धरा ब्योम में गूँज रहा,
हरि ओम हरि ओम हरि ओम हरि ओम ।
हैं दशो दिशाएँ बोल रहीं,
हरि ओम हरि ओम हरि ओम हरि ओम ।।

हरि ओम हरि ओम हरि ओम हरि ओम,
हरि ओम हरि ओम हरि ओम हरि ओम ।

सुर नर मुनिजन सब बोल रहें,
हरि ओम हरि ओम हरि ओम हरि ओम ।
‘बह्मेश्वर’ का मुख गाइ रहा,
हरि ओम हरि ओम हरि ओम हरि ओम ।।

हरि ओम हरि ओम हरि ओम हरि ओम,
हरि ओम हरि ओम हरि ओम हरि ओम ।

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रचनाकार


   ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र