शीष गंग अर्द्धंग पार्वति………. ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र

प्रस्तुत है शिव जी पर लिखी गई मेरी ये रचना जिसमें मैने भगवान शिव के द्वादश ज्योतिर्लिंग का समावेश किया है :—–

शीष गंग अर्द्धंग पार्वति ,
सदा बसत कैलाशी जी ।
दया करो हे करुणा सागर ,
शिव शम्भू अविनाशी जी ।।
शीष गंग अर्द्धंग पार्वति………
सोमनाथ श्री ओंकारेश्वर ,
विश्वनाथ शिव काशी जी ।
मल्लिकार्जुन महाकालेश्वर ,
नागेश्वर अविनाशी जी ।।
शीष गंग अर्द्धंग पार्वति………
घृष्मेश्वर केदारनाथ शिव ,
वैद्यनाथ सुखराशी जी ।
त्रयम्बकेश्वर भीमाशंकर ,
रामेश्वर घट वासी जी ।।
शीष गंग अर्द्धंग पार्वति………

रचनाकार

   ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र