रांची :
मिसेज यूनिवर्स इंडिया इंटरनेशनल का ख़िताब जीत कर मैंने अपने सपनो को साकार किया है। मैं रेणु मंडल रांची में रहती हू, और चितरंजन की रहने वाली हूं। हमारे देश के राजधानी दिल्ली में आयोजित नेशनल ब्यूटी पीजेन्ट का हिस्सा बनना ही एक कदम आगे मेरे मंजिल की ओर ले जाना था, और जब स्टेज पर रांची झारखंड की ही जूरी साधना कुमर द्वारा मेरा नाम विनर के रूप में सुनी तो मुझे अपने कानों पर विश्वास नही हो पा रहा था, पर ये अद्भुत पल था, सपना पूरा हुआ मेरा।
मैं अगर अपने मिसेज यूनिवर्स इंडिया इंटरनेशनल का ख़िताब जीतने तक का सफर भी कहू तो थोड़ा मुश्किल रहा, पर जब पहली बार मैंने अपना रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरा था, रांची के ही स्टोरी लाइन इंडिया कंपनी के द्वारा, जो की इस प्रतियोगिता में एसके स्टार कंपनी के साथ टाई अप किया था, उसी समय से एक–एक गाइडलाइन हमे मिलता रहा।
सब से पहले खुशी तब हुई जब मुझे ऑनलाइन ऑडिशन जो कि दो चरणों में हुआ था वॉक और इंट्रो राउंड उसमे मुझे सेलेक्ट किया गया। फिर मै लग गई कड़ी मेहनत करने में और इस सब में मुझे लगातार गाइड लाइन देती रही स्टोरी लाइन इंडिया की फाउंडर साधना कुमर और वाम्स मॉडलिंग इंस्टीट्यूट के डॉयरेक्टर वसीम आलम सर ने, जिन्होंने ना सिर्फ़ मुझे बल्कि झारखंड के जितने भी प्रतिभागी थे सभी को स्पेशली जितने भी वीक प्वाइंट था,उन सारे पर हमे ट्रैनिंग दिया। इन सभी का परिणाम स्वरूप आज मै ये किताब जीत पाई।
इस प्रतियोगिता का आयोजन ग्रेटर नोएडा में किया गया था, जहां 12-अप्रैल को हम लोगों का फोटोशूट कराया गया और हरियाणा के सुपर स्टार हीरो सार्थक चौधरी के द्वारा ग्रूमिंग कराया गया, और फिर तेरह अप्रैल को फिनाले हुआ था, प्रमुख जिसमें गेस्ट के रूप में बॉलीवुड सेलिब्रिटी ऋतु शिवपुरी आई थी, जूरी में भी नेशनल और इंटरनेशनल जूरी को बुलाया गया था।
इस प्रतियोगिता में करीब सभी कैटगरी मिला कर दो सौ से अधिक प्रतियोगी ने हिस्सा लिया था, वहा हमारा तीन राउंड हुआ , जिसमें मुख्य रूप से फर्स्ट राउंड में इंडो वेस्टर्न, वेस्टर्न राउंड था, फिर इंट्रोडक्शन राउंड के आधार पर सभी कैटगरी में से अंतिम राउंड, जो की गाउन राउंड था। उसमें, टॉप टेन को सेलेक्ट किया गया। लास्ट राउंड के परफॉर्मेंस के आधार पर ही विनर और रनर अप का सलेक्शन हुआ। लास्ट राउंड में जब मुझे यूनिवर्स इंडिया इंटरनेशनल विनर का किताब मिसेज कैटेगरी में में मिला।
मेरे लिए गर्व की बात है।
इस के लिए मैं निश्चित तौर पर अपने सास बिथिका मंडल, ससुर जी हिरा लाल मंडल, अपने पिता सुरेश कुमार मंडल, मम्मी चंचला मंडल,और हमेशा ढाल बनकर साथ रहने वाले मेरे पति कौशिक मंडल,मेरी बेटी हीया मंडल का प्यार और सब बड़े का आशिर्वाद रहा साथ ही साधना कुमर मैम और वसीम सर जिनके बिना ये सब शायद सपना ही रहता। उन सभी का भी आभार व्यक्त करूंगी जिन्होंने हमेशा मेरा साथ दिया।