डॉक्टर बन मानवता की सेवा करने की है ख्वाहिश ः आव्या

बोकारो ः सीबीएसई 10वीं बोर्ड की परीक्षा में 98.8 प्रतिशत अंक के साथ डीपीएस बोकारो की टॉपर रही आव्या सिंह ने परीक्षा की तैयारी के लिए आम दिनों की तरह ही पढ़ाई की। उसका कहना है कि कभी भी उसने तनाव लेकर पढ़ाई नहीं की। रोज चार-पांच घंटे ही अध्ययन किया, लेकिन पूरी तल्लीनता के साथ। नतीजतन, आज उसे टॉपर होने का गौरव हासिल हुआ। उसने कुल 500 अंकों की परीक्षा में 495 अंक हासिल किए। गणित और संस्कृत में उसे शत-प्रतिशत अंक मिले। इसके अलावा अंग्रेजी, विज्ञान और एसएसटी में 98 तथा आईटी में 95 अंक मिले।

एक खास बातचीत में आव्या ने कहा कि वह आगे चलकर डॉक्टर बनना चाहती है। उसने कहा कि कोरोना काल में कई लोग असमय समुचित इलाज के बिना अपनी जान गंवा बैठे। इससे वह काफी प्रभावित हुई। मानवता की सेवा की खातिर उसने डॉक्टर बनने की ठानी है। बोकारो इस्पात संयंत्र के कार्मिक विभाग में बतौर उप महाप्रबंधक सेवारत प्रवीण कुमार सिंह एवं माता गृहिणी पूजा सिंह की होनहार पुत्री आव्या को पढ़ाई के अलावा किताबें पढ़ने और चित्रांकन का भी शौक है। फ्रेंच भाषा पर भी उसकी अच्छी पकड़ है। इससे संबंधित कई स्पर्धाओं और क्विज आदि में भी उसने राष्ट्रीय स्तर के कई पुरस्कार जीतकर अपने विद्यालय और शहर का नाम रोशन किया है। अपनी कामयाबी का श्रेय उसने अपने माता-पिता के सहयोग तथा विद्यालय के शिक्षकों के कुशल मार्गदर्शन को दिया है। आव्या शिक्षिका, लेखिका, सांसद और इंफोसिस फाउंडेशन की अध्यक्ष सुधा मूर्ति को अपनी प्रेरणा का स्रोत मानती है।