आओ प्रिये….-ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र

 आओ प्रिये —-

प्यार का मौसम प्रिये,
आया बहार लेकर ।
हैं पल्लवित पुष्पित तरू,
यौवन खुमार लेकर ।
कोयल बुलावत हे प्रिये,
कुहु कुहु पुकार लेकर ।
गुंजत भँवर मदमस्त हो,
मधुरस फुहार लेकर ।

रचनाकार :

ब्रह्मेश्वर नाथ मिश्र