खेल से चरित्र , चरित्र से राष्ट्र निर्माण का संकल्प : क्रीड़ा भारती

नागपुर :

भारत को स्वस्थ पीढ़ी देने का संकल्प लिए क्रीड़ा भारती ने अखिल भारतीय मातृशक्ति कार्यशाला का आयोजन 30 सितंबर 1 2 अक्टूबर 2023 को नागपुर के डॉ .हेडगेवार स्मृति स्मारक मंदिर परिसर में किया इस कार्यशाला में राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मातृशक्ति प्रमुखों ने भाग लिया। सामूहिक सत्र एवं सांस्कृतिक सत्र के अलावा कुल सात सत्रों में इसे बांटा गया। सभी सत्रों में कई महत्वपूर्ण विषय के बारे में अनुभवी मार्गदर्शन मिले जो केवल खेल ही नहीं जीवन के कई आयामों में महत्वपूर्ण है ।

“सक्षम भारत समर्थ भारत “के संकल्प के लिए समाज को खेल से जोड़ने के लिए गांव-गांव में क्रीड़ा केंद्रों की स्थापना की गई है ताकि भारत की स्वस्थ पीढ़ी बनाने का संकल्प सिद्ध हो सके। इसके लिए पांच सूत्री कार्यक्रमों का निर्देश हर प्रांत को दिया गया जिसे साल भर में जिले स्तर पर कार्यकर्ता धरातल पर लाएंगे। खेल और योग से स्वस्थ समाज का निर्माण संभव है। इसलिए खेलने के लिए समय निकालना आवश्यक है इसका उद्देश्य सामाजिक शांतता देना भी है ।जिन खिलाड़ियों को रोका जाता है, जिनका शोषण होता है ऐसे खिलाड़ियों को संरक्षण देना आत्मरक्षा के लिए जागरूक करना जिसमें परिवार प्रथम चरण से ही बच्चों को सशक्त बनाने का कार्य करता है। ग्रामीण अंचल के को पहले मानसिक रूप से सक्षम बनाना समस्या के समाधान पर बात करना यह सभी एकदिवसीय कार्यशाला लगाकर ग्रामीण स्तर तक काम करना ।

इसके लिए पांच सूत्री कार्यक्रम देश भर में योजनाबद्ध रूप से क्रीड़ा भारती द्वारा चलाए जा रहे हैं।हनुमान जयंती के दिन क्रीड़ा भारती की स्थापना दिवस मनाना। सूर्य नमस्कार से सबों को स्वस्थ रहने की प्रेरणा देना।

छत्रपति शिवाजी की माता के नाम पर जीजा माता सम्मान का आयोजन कर खिलाड़ियों की माता का सम्मान करना, क्योंकि किसी भी खिलाड़ी के निर्माण में माता की प्रथम भूमिका होती है ।

क्रीडा ज्ञान परीक्षा का आयोजन करना। 29 अगस्त को खेल दिवस मना कर मेजर ध्यानचंद जी की जीवनी पर चर्चा 21 जून योग दिवस में मनाना आदि विषयों पर लिए विस्तृत चर्चा हुई ।इसके अलावा नेतृत्व गुणों को विकसित करने के लिए महत्वपूर्ण मार्गदर्शन दिए गए ,क्योंकि एक कुशल नेतृत्व ही लक्ष्य साध सकता है। मातृशक्ति कार्यशाला प्रांत स्तर पर हो इसकी भी चिंता कार्यकर्ताओं मातृ शक्ति को करनी है। “जो महिलाएं कुटुंब और परिवार को जोड़ती है उसकी भूमिका समाज और देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है “,ऐसी सभी महत्वपूर्ण मार्गदर्शन के साथ सभी सत्र संपन्न हुए।

इस अवसर पर भागलपुर की क्रीड़ा भारती की मातृ शक्ति प्रमुख श्वेता सुमन शामिल हुई । खिलाड़ियों के सर्वेक्षण सहित अपने द्वारा किए गए कार्यों का निजी अनुभव भी साझा किया।

महिला आयाम खिलाड़ियों के संसाधन एवं क्रीड़ा केंद्र से संबंधित कार्यों पर अपने विचार राष्ट्रीय पटल पर रखे।इस सत्र में राष्ट्रीय कार्यशाला में खेल गीत लेकर सबको प्रेरणा और संकल्प से भरकर सशक्त करने का काम किया ।इसके अलावा सांस्कृतिक सत्र में सभी राज्यों ने अपनी अपनी संस्कृति का प्रदर्शन किया।

इसके आरंभ के सत्र में मातृशक्ति प्रमुख श्वेता सुमन द्वारा,देवी स्तुति की प्रस्तुति से भारतीय संस्कृति व नारी शक्ति को समर्पित किया, जिसे खूब सराहना मिली ।देश के कोने कोने से आए मातृ शक्तियों द्वारा राष्ट्रीय स्तर की भागीदारी एवं विचारों का आदान-प्रदान हुआ।

इस कार्यक्रम में संगठन मंत्री प्रसाद महनकर , भारती ताई गणपुले , प्रसन्न जी हरदास, नीता ,गणेश सूर्यवंशी सुनीता मोदेकर आदि की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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