हिन्दू जनजागृति समिति ने की राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म करने की मांग

बोकारो ः हिन्दू जनजागृति समिति ने उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देकर हिंदुओं को हिंसक ठहराने वाले कांग्रेस के राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता तत्काल रद्द कर उनके विरुद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई किये जाने की मांग की है। ज्ञापन में कहा गया है कि, हाल ही में संसद में हुई चर्चा के दौरान लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने हिंदुओं को हिंसक, झूठे और नफरत फैलाने वाला कहा है। हिन्दू समुदाय के विरुध्द इस आपत्तिजनक टिप्पणी ने करोड़ों हिंदुओं को आघात पहुंचाया है तथा देश भर के हिंदुओं में आक्रोश है। इस बयान से पूरे विश्व में सहिष्णु हिंदू समाज की बदनामी हुई है। पूर्व में भी कांग्रेस भगवा या हिंदू आतंकवाद की संकल्पना प्रसारित कर वैश्विक स्तर पर हिंदू समाज को बदनाम करने का प्रयास करती आई है। ऐसे में राहुल गांधी का मंदिरों में जाना और हाथ पर पवित्र धागा बांधना केवल धोखा था, यह सिद्ध हो चुका है। ज्ञापन में उक्त बातें हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता रमेश शिंदे के हवाले से कही गई हैं।
श्री शिंदे की ओर से राष्ट्रपति को प्रेषित पत्र में कई प्रश्न उठाये गए हैं। कहा गया है कि, 1990 के दशक में कश्मीरी हिंदुओं को कश्मीर से किस समुदाय ने विस्थापित किया, क्या राहुल गांधी यह बताएंगे? सर तन से जुदा का फतवा जारी कर देश भर में कई हिंदुओं की हत्या करने वाले कौन थे, मणिपुर में हजारों सहिष्णु मितई समाज पर हमला करके उन्हें विस्थापित करने वाले कौन थे, क्या राहुल गांधी यह बताएंगे? वर्ष भर में श्री रामनवमी, हनुमान जयंती, नवरात्रि आदि हिंदू त्योहारों के समय पत्थरबाजी करने वाले, देवताओं की मूर्तियां तोड़ने वाले कौन हैं, इस पर राहुल गांधी क्यों नहीं बोलते? संपूर्ण विश्व जिहादी आतंकवाद से त्रस्त है, लाखों लोग मारे गए हैं, लेकिन इस आतंकवाद का रंग कौन सा है, यह राहुल गांधी क्यों नहीं बताते?
पत्र में कहा गया है कि सर्वाधिक प्राचीन हिंदू धर्म वसुधैव कुटुंबकम, अर्थात संपूर्ण जगत एक परिवार है, यह सिखाता है। वैश्विक हिंदू समाज आज सार्वभौमिक शांति और विश्व कल्याण की विचारधारा के लिए जाना जाता है। इसने अन्य पंथियों की तरह कभी साम्राज्य विस्तार या धर्मांतरण के लिए किसी पर हमला नहीं किया है। इस समाज को हिंसक, झूठा तथा द्वेषपूर्ण बताकर इसकी छवि खराब करने का प्रयास राहुल गांधी ने किया है। यह बयान समाज में फूट डालने वाला तथा देश की एकता और शांति को भंग करने वाला है। इस पर राहुल गांधी द्वारा दिया गया स्पष्टीकरण अस्वीकार्य है। अतः हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा उपायुक्त, बोकारो के समक्ष ज्ञापन प्रस्तुत कर माननीय राष्ट्रपति जी से मांग की गई है कि राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता तत्काल रद्द की जाए तथा उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाए। उपायुक्त को ज्ञापन देने वालों में समिति के कार्यकर्ता रंजीत सिंह एवं श्रीमती शिल्पा सहाय शामिल थे।