सम्पादकीय : पूर्णेन्दु पुष्पेश। राहुल गांधी का नाम भारतीय राजनीति में सबसे चर्चित और विवादास्पद नेताओं में से एक है। वे कांग्रेस पार्टी के प्रमुख…
View More राहुल गांधी और ‘मिस इंडिया’ में आरक्षण: एक हास्यास्पद मांग या गहरी राजनीतिक चाल?Category: EDITORIAL
आपराधिक छवि के प्रतिनिधि: लोकतंत्र की बुनियाद पर सवाल
सम्पादकीय : पूर्णेन्दु पुष्पेश। हाल ही में कोलकाता में हुए अपराध ने एक बार फिर इस सच्चाई को उजागर किया है कि कानून के माध्यम…
View More आपराधिक छवि के प्रतिनिधि: लोकतंत्र की बुनियाद पर सवालचम्पाई सोरेन झारखंड में नई पार्टी बना लें तो तीनों के लिए अच्छा !
सम्पादकीय : पूर्णेन्दु पुष्पेश। झारखंड की राजनीति में वर्तमान में जो कुछ भी हो रहा है, वह राज्य के राजनीतिक परिदृश्य को गहराई से समझने…
View More चम्पाई सोरेन झारखंड में नई पार्टी बना लें तो तीनों के लिए अच्छा !सनातन धर्म: prescriptions या restrictions?
PURNENDU PUSHPESH सनातन धर्म, जिसे हिंदू धर्म के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय संस्कृति और धार्मिकता की जड़ों में गहराई से व्याप्त है।…
View More सनातन धर्म: prescriptions या restrictions?भारत के लिए नई ऊंचाइयों का लक्ष्य: स्वतंत्रता दिवस 2024 की प्रासंगिकता
सम्पादकीय : पूर्णेन्दु पुष्पेश। 15 अगस्त 2024, स्वतंत्र भारत का 78वां स्वतंत्रता दिवस, हमें न केवल हमारे महान देश की स्वतंत्रता संग्राम की याद दिलाता…
View More भारत के लिए नई ऊंचाइयों का लक्ष्य: स्वतंत्रता दिवस 2024 की प्रासंगिकताक्या झारखंड में जल संकट का समाधान संभव है?!
सम्पादकीय : पूर्णेन्दु पुष्पेश। ये अलग बात है कि आजकल ‘बरसात ‘ का मौसम चल रहा है; फिर भी , जल संकट की स्थिति तेजी…
View More क्या झारखंड में जल संकट का समाधान संभव है?!कितना कारगर हो सकता है : कोटा के अंदर कोटा
सम्पादकीय : पूर्णेन्दु पुष्पेश सुप्रीम कोर्ट ने अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) श्रेणियों में सब-कैटेगरी बनाने की अनुमति देकर एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक…
View More कितना कारगर हो सकता है : कोटा के अंदर कोटाझारखंड के कुछ हिस्सों को केंद्र शासित राज्य बनाना चाहिए
PURNENDU PUSHPESH, Chief Editor झारखंड राज्य की स्थापना 15 नवम्बर 2000 को बिहार से अलग होकर की गई थी, और तब से लेकर आज तक…
View More झारखंड के कुछ हिस्सों को केंद्र शासित राज्य बनाना चाहिएहिन्दुत्व की पुनर्व्याख्या होनी चाहिए
PURNENDU PUSHPESH, Chief Editor हिन्दुत्व, एक अवधारणा जो भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को समाहित करती है, आज की राजनीति और सामाजिक संरचना में…
View More हिन्दुत्व की पुनर्व्याख्या होनी चाहिएपद के साथ कद मुफ्त नहीं मिलता
PURNENDU PUSHPESH, Chief Editor पद और कद, दो ऐसे शब्द हैं जो अक्सर एक साथ इस्तेमाल होते हैं लेकिन उनके अर्थ और महत्व अलग-अलग होते…
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