धनबाद: जिले के बीसीसीएल ईस्ट कतरास शाखा में भूस्खलन के बाद एक बड़ा हादसा टल गया। जोरदार आवाज के साथ बिजली का खंभा जमीन में धंस गया। यह सौभाग्य की बात थी कि बड़ा हादसा टल गया क्योंकि बिजली का खंभा करंट प्रवाहित था और उसके आसपास कई मवेशी मौजूद थे, जिनकी जान खतरे में पड़ सकती थी।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह गुफा भारी ब्लास्टिंग के कारण बनी है जो आउटसोर्सिंग द्वारा की गई थी। वहीं, बीसीसीएल अधिकारियों का कहना है कि यह गड्ढा अवैध खनन के कारण बना है। पिछले दो दिनों से जिले में रुक-रुक कर बारिश हो रही है, जिसके कारण बीसीसीएल के आग प्रभावित खतरे वाले क्षेत्र में भूस्खलन और गड्ढों की घटनाएं बढ़ गई हैं।
लोगों ने बताया कि जैसे ही बिजली का खंभा गड्ढे में गिरा, शॉर्ट सर्किट हो गया। तेज चिंगारी के कारण तार पास के बिस्तर पर गिर गया। मौके पर तैनात सीआईएसएफ जवानों ने खंभे से चिंगारी निकलती देखकर बिजली काट दी। सौभाग्य से कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। घटना की जानकारी मिलते ही बीसीसीएल अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रण में किया।
खताल के मालिक किशोरी यादव ने बताया कि इस घटना में उनके दर्जनभर मवेशी बाल-बाल बच गए, नहीं तो भारी नुकसान हो सकता था। उन्होंने बताया कि यह गुफा भारी ब्लास्टिंग के कारण बनी है और इस खतरे वाले क्षेत्र में 200 परिवार रहते हैं। कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। मौके पर पहुंचे एजीएम जेके जायसवाल ने बताया कि यह गड्ढा अवैध खनन के कारण बना है। खतरे वाले क्षेत्र में रह रहे सभी लोगों को यहां से हटने को कहा गया है, लेकिन कोई भी यहां से नहीं जा रहा है।